Science Gk MCQ Question In Hindi
विज्ञान सामान्य ज्ञान ( Science GK ) क्यों है जरूरी? विज्ञान हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है। Science GK न केवल आपकी सामान्य जानकारी बढ़ाता है बल्कि विभिन्न Entrance या Competitive Exam में भी बेहद उपयोगी होता है। चाहे आप UPSC CSE, IIT-JEE, NEET, NDA, CAT या राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों, Science GK के सवाल लगभग हर परीक्षा में पूछे जाते हैं। यह विषय न केवल आपके ज्ञान को बढ़ाता है बल्कि आपकी तार्किक क्षमता को भी निखारता है। Read More »

ब्रेड बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला खमीर ?
ब्रेड बनाने की प्रक्रिया में खमीर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खमीर एक प्रकार का सूक्ष्म जीव है जो आटे में मौजूद शर्करा को खाकर कार्बन डाइऑक्साइड गैस और अल्कोहल उत्पन्न करता है। यह कार्बन डाइऑक्साइड गैस आटे में छोटे-छोटे बुलबुले बनाती है, जिससे ब्रेड मुलायम और फूली हुई हो जाती है। Saccharomyces cerevisiae नामक खमीर की एक विशेष प्रजाति का उपयोग आमतौर पर ब्रेड बनाने में किया जाता है। यह खमीर न केवल ब्रेड को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि इसकी बनावट को भी बेहतर बनाता है।
मुर्गी के अण्डे में योक (Volk) और सफेदी की प्रतिशत मात्रा क्रमश: कितनी होती है ?
मुर्गी का अंडा पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है। अंडे का अधिकांश भाग दो मुख्य भागों में बंटा होता है: योक और सफेदी। योक अंडे का पीला हिस्सा है, जिसमें अधिकांश वसा, विटामिन और खनिज पदार्थ पाए जाते हैं। यह भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। वहीं, सफेदी अंडे का पारदर्शी हिस्सा है, जिसमें मुख्य रूप से प्रोटीन होता है। यह भ्रूण को यांत्रिक सुरक्षा प्रदान करता है।
कौन-सा अधातु कमरे के ताप पर द्रव होता है?
अधिकतर धातुएँ कमरे के तापमान पर ठोस होती हैं, जबकि अधातुएँ विभिन्न अवस्थाओं में पाई जाती हैं। इनमें से ब्रोमीन एक ऐसी अधातु है जो कमरे के तापमान पर द्रव अवस्था में होती है। ब्रोमीन एक भूरे रंग का चमकदार द्रव होता है और हैलोजन समूह का तत्व है। यह वाष्पशील होता है और इसकी तीखी गंध होती है। ब्रोमीन का उपयोग कई औद्योगिक प्रक्रियाओं में होता है, जैसे कि कीटनाशकों और दवाओं का निर्माण। यह एक रासायनिक रूप से सक्रिय तत्व है और सावधानी के साथ इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
शहद, जिसमें शक्कर की उच्च सान्द्रता पाई जाती है, क्योंकि ?
शहद में शक्कर की उच्च सान्द्रता का मुख्य कारण इसमें पानी की अत्यंत कम मात्रा होना है। मधुमक्खियां फूलों के रस को एकत्रित करके अपनी छत्ते में लाती हैं और अपने पंखों से हवा देकर उसमें से अधिकांश पानी उड़ा देती हैं। इस प्रक्रिया में रस गाढ़ा हो जाता है और शहद का रूप ले लेता है। पानी की कम मात्रा के कारण शक्कर की सांद्रता बढ़ जाती है। यही कारण है कि शहद गाढ़ा और मीठा होता है। इसके अतिरिक्त, शहद में विभिन्न प्रकार की शर्कराएं जैसे फ्रक्टोज और ग्लूकोज भी पाई जाती हैं जो इसकी मिठास को बढ़ाती हैं।
न्यूट्रॉन तथा प्रोटॉन की संख्याओं के योगफल को कहते हैं ?
किसी भी परमाणु का केंद्रक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन नामक कणों से मिलकर बना होता है। इन कणों को सम्मिलित रूप से न्यूक्लियॉन कहते हैं। अब, अगर हम किसी परमाणु के केंद्रक में उपस्थित सभी प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या को जोड़ दें तो हमें उस परमाणु का द्रव्यमान संख्या प्राप्त होती है। दूसरे शब्दों में, द्रव्यमान संख्या, किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित कुल न्यूक्लियॉनों की संख्या का एक माप है। यह संख्या हमें परमाणु के द्रव्यमान के बारे में एक अनुमानित जानकारी देती है।
मानव शरीर में मौजूद निम्नलिखित कोशिकाओं में से किसमें माइटोकॉण्ड्रिया नहीं पाया जाता ?
माइटोकॉण्ड्रिया को कोशिका की ऊर्जा का घर कहा जाता है, क्योंकि ये कोशिका को ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यक श्वसन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अधिकांश मानव कोशिकाओं में माइटोकॉण्ड्रिया पाए जाते हैं। हालांकि, लाल रक्त कोशिकाएं एक अपवाद हैं। लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न भागों में ले जाने का कार्य करती हैं। इस महत्वपूर्ण कार्य को करने के लिए, उन्हें अधिक जगह की आवश्यकता होती है। इसलिए, लाल रक्त कोशिकाओं में नाभिक और माइटोकॉण्ड्रिया जैसे अन्य कोशिकांग नहीं पाए जाते हैं। इस प्रकार, लाल रक्त कोशिकाएं श्वसन के लिए ऑक्सीजन का उपयोग नहीं करती हैं और ग्लूकोज के अपूर्ण ऑक्सीकरण से ऊर्जा प्राप्त करती हैं।
माइनर्स सेफ्टी लेम्प की खोज किसने की ?
माइनर्स सेफ्टी लैंप एक ऐसा उपकरण है जो खानों में काम करने वाले खनिकों की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस लैंप का आविष्कार सर हम्फ्री डेवी नामक एक वैज्ञानिक ने किया था। यह लैंप खानों में मौजूद ज्वलनशील गैसों को जलने से रोकता है, जिससे खनिकों के जीवन को खतरा नहीं रहता। यह लैंप एक जाली के अंदर एक छोटी सी लौ से बना होता है। यह जाली ज्वलनशील गैसों को लौ तक पहुंचने से रोकती है और इस तरह विस्फोट को रोकती है। हम्फ्री डेवी के इस आविष्कार ने खनन उद्योग में सुरक्षा के स्तर को काफी बढ़ा दिया है।
कृत्रिम गर्भाधान के लिए बैल के वीर्य (Semen) को किसमें सुरक्षित रखा जाता है?
कृत्रिम गर्भाधान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक नर पशु के वीर्य को एक मादा पशु में कृत्रिम रूप से डाला जाता है। इस प्रक्रिया में, बैल के वीर्य को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए विशेष तकनीकों का उपयोग किया जाता है। द्रव नाइट्रोजन एक ऐसा पदार्थ है जो बेहद ठंडा होता है। जब बैल के वीर्य को द्रव नाइट्रोजन में रखा जाता है, तो यह जम जाता है और इसकी जैविक क्रियाएं रुक जाती हैं। इस तरह, वीर्य को कई वर्षों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। जब इसकी जरूरत होती है, तो वीर्य को द्रव नाइट्रोजन से निकाल कर पिघलाया जाता है और फिर इसका उपयोग कृत्रिम गर्भाधान के लिए किया जाता है। द्रव नाइट्रोजन का उपयोग करने से कृत्रिम गर्भाधान की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और सफल हो जाती है।
तेज गति से आता हुआ वाहन हार्न बजाता है, तो उसका पिच ?
जब कोई वाहन तेज गति से हमारी ओर आ रहा होता है और हॉर्न बजाता है, तो हमें उसकी आवाज की तीक्ष्णता (पिच) बढ़ी हुई सुनाई देती है। इसका कारण डॉप्लर प्रभाव है। डॉप्लर प्रभाव ध्वनि या प्रकाश जैसी तरंगों के स्रोत और प्रेक्षक के बीच सापेक्ष गति के कारण तरंग की आवृत्ति में होने वाले परिवर्तन को कहते हैं। जब ध्वनि का स्रोत (यहाँ हॉर्न) हमारे पास आ रहा होता है, तो ध्वनि तरंगें एक-दूसरे के करीब आ जाती हैं, जिससे उनकी आवृत्ति बढ़ जाती है और हमे पिच अधिक सुनाई देती है। जैसे ही वाहन हमसे दूर जाता है, ध्वनि तरंगें फैल जाती हैं, जिससे उनकी आवृत्ति कम हो जाती है और पिच कम सुनाई देती है। इसी कारण से, जब कोई एम्बुलेंस या पुलिस की गाड़ी सायरन बजाते हुए गुजरती है, तो हमें सायरन की आवाज की पिच में परिवर्तन सुनाई देता है।
निम्नलिखित में से कोशिका का नियंत्रक केन्द्र कौन है ?
कोशिका, जीवन की मूल इकाई है। जैसा कि मस्तिष्क हमारे शरीर को नियंत्रित करता है, उसी तरह नाभिक एक कोशिका को नियंत्रित करता है। इसे कोशिका का ‘मस्तिष्क’ भी कहा जाता है। नाभिक के अंदर डीएनए पाया जाता है, जो कोशिका की सभी गतिविधियों के लिए आवश्यक जानकारी रखता है। यह डीएनए ही कोशिका को यह बताता है कि उसे क्या करना है, कैसे बढ़ना है और कब विभाजित होना है। इसलिए, नाभिक कोशिका के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है और इसे कोशिका का नियंत्रण केंद्र कहा जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर का आविष्कार किसने किया था?
आधुनिक युग का सबसे महत्वपूर्ण आविष्कार, इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर, जे. प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौचली के दिमाग की उपज है। इन दोनों वैज्ञानिकों ने मिलकर दुनिया का पहला सामान्य उद्देश्य वाला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर, ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) का निर्माण किया। ENIAC को 1946 में पेश किया गया था और यह एक विशाल मशीन थी जो हजारों वैक्यूम ट्यूब्स से बनी थी। ENIAC ने गणितीय गणनाओं को बहुत तेजी से करने में सक्षम बनाया और इसने कंप्यूटर क्रांति की शुरुआत की। एकर्ट और मौचली के इस अविष्कार ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और मानव समाज को बदलकर रख दिया।
चमगादड़ अँधेरे में भी उड़ सकते हैं, क्योंकि उन्हें सहायता प्राप्त होती है?
चमगादड़ एक अद्भुत रात का प्राणी है जो अंधेरे में भी आसानी से उड़ सकता है। यह उनकी एक विशेष क्षमता के कारण संभव होता है। चमगादड़ अपने मुंह से उच्च आवृत्ति की ध्वनि तरंगें उत्पन्न करते हैं, जिन्हें अल्ट्रासाउंड कहा जाता है। ये ध्वनि तरंगे जब किसी वस्तु से टकराती हैं तो वापस चमगादड़ के कानों में आती हैं। चमगादड़ इन परावर्तित ध्वनि तरंगों का विश्लेषण करके अपनी आसपास की वस्तुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, जैसे कि उनकी दूरी, आकार और गति। इस प्रक्रिया को इकोलोकेशन कहा जाता है। इकोलोकेशन की मदद से चमगादड़ अंधेरे में भी आसानी से उड़ सकते हैं, शिकार कर सकते हैं और बाधाओं से बच सकते हैं। चमगादड़ की अंधेरे में उड़ने की क्षमता उनके द्वारा उत्पन्न की गई ध्वनि तरंगों और उनके कानों की संवेदनशीलता के कारण होती है। यह एक प्राकृतिक राडार सिस्टम है जो उन्हें अंधेरे में भी अपना रास्ता खोजने में मदद करता है।
कटे हुए सेब का भूरा होने के कारण है सेब में उपस्थित?
सेब में प्राकृतिक रूप से पॉलीफेनोल नामक रसायन पाए जाते हैं। जब हम सेब को काटते हैं, तो ये पॉलीफेनोल हवा में मौजूद ऑक्सीजन के संपर्क में आ जाते हैं। इसी दौरान, सेब में उपस्थित PPO एंजाइम इन पॉलीफेनोल को ऑक्सीकृत करना शुरू कर देता है। इस ऑक्सीकरण प्रक्रिया के परिणामस्वरूप एक नया पदार्थ बनता है जो रंग में भूरा होता है। यह भूरा रंग ही कटे हुए सेब पर दिखाई देता है।
निम्नलिखित में से किसके दूध में वसा की सर्वाधिक मात्रा पायी जाती है?
भैंस के दूध में सबसे अधिक वसा पाई जाती है। भैंस का दूध गाय के दूध की तुलना में अधिक गाढ़ा और मलाईदार होता है, जिसका मुख्य कारण इसमें उपस्थित उच्च वसा की मात्रा है। भैंस के दूध में मौजूद उच्च वसा इसे अधिक कैलोरी युक्त बनाती है और यह कई व्यंजनों में स्वाद और गाढ़ापन बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
‘कृषि शास्त्र’ में किसको उन्नत किया जाता है?
“कृषि शास्त्र” का अर्थ है कृषि विज्ञान, जो खेती और पशुपालन से संबंधित ज्ञान का अध्ययन है। कृषि शास्त्र में मिट्टी, फसल और जानवरों को उन्नत करने के तरीके खोजे जाते हैं। इसका उद्देश्य खाद्य उत्पादन बढ़ाना, फसलों की गुणवत्ता में सुधार करना और पशुधन की उत्पादकता बढ़ाना है। यह प्रश्न कृषि शास्त्र के मूल सिद्धांतों को समझने के लिए पूछा जाता है। यह बताता है कि कृषि शास्त्र केवल फसलों के बारे में नहीं है, बल्कि मिट्टी, जानवरों और संपूर्ण कृषि प्रणाली को बेहतर बनाने के बारे में है।
सिल्वीकल्चर के अंतर्गत किसका अध्ययन किया जाता है?
सिल्वीकल्चर, वन विज्ञान की एक शाखा है जो वनों के विकास, प्रबंधन और संरक्षण से संबंधित है। यह शब्द लैटिन शब्द ‘सिल्वी’ (वन) और ‘कल्चर’ (संस्कृति) से मिलकर बना है। सिल्वीकल्चर में हम वनों के बारे में विस्तृत अध्ययन करते हैं जैसे कि विभिन्न प्रकार के पेड़, उनकी वृद्धि, मिट्टी की गुणवत्ता, जलवायु प्रभाव, कीटों और रोगों का प्रभाव आदि। वानिकी, सिल्वीकल्चर का ही एक व्यापक क्षेत्र है जो वनों के वैज्ञानिक प्रबंधन से संबंधित है। इसलिए, सिल्वीकल्चर के अंतर्गत वानिकी का अध्ययन किया जाता है।
पास्कल (Pa) इकाई है?
पास्कल (Pa) विज्ञान में दबाव मापने की एक मानक इकाई है। जब हम किसी वस्तु पर बल लगाते हैं, तो वह वस्तु एक निश्चित क्षेत्रफल पर बल अनुभव करती है। इस बल और क्षेत्रफल के अनुपात को ही दबाव कहते हैं। पास्कल का नाम फ्रांसीसी गणितज्ञ और भौतिक विज्ञानी ब्लेज़ पास्कल के नाम पर रखा गया है। एक पास्कल का मतलब है कि एक वर्ग मीटर के क्षेत्रफल पर एक न्यूटन का बल लगाया जा रहा है। इसका मतलब है कि जितना अधिक दबाव होगा, उतने ही अधिक पास्कल होंगे। दैनिक जीवन में, हम कई उदाहरणों में दबाव का सामना करते हैं, जैसे कि टायरों में हवा का दबाव, पानी का दबाव आदि। पास्कल का उपयोग द्रव या गैसों में दबाव मापने के लिए किया जाता है।
अण्डपीत में सबसे अधिक क्या पाया जाता है?
अंडे की पीत, यानी पीला हिस्सा, अंडे का सबसे पोषक तत्वों से भरपूर भाग होता है। इसमें प्रोटीन के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज भी पाए जाते हैं। हालांकि, अंडे की पीत में वसा की मात्रा भी काफी अधिक होती है। यह वसा ही अंडे की पीत को उसका पीला रंग और गाढ़ी बनावट देता है। अंडे की पीत में पाए जाने वाली वसा में कई प्रकार के फैटी एसिड्स होते हैं, जिनमें कुछ आवश्यक फैटी एसिड्स भी शामिल हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
निम्नलिखित में से कौन सा नाइट्रोजन फिक्सिंग बैक्टीरिया है?
राइजोबियम एक अद्भुत सूक्ष्मजीव है जो प्रकृति में नाइट्रोजन चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बैक्टीरिया विशेष रूप से दलहनी पौधों (जैसे मूंग, चना, मटर) की जड़ों में पाया जाता है। राइजोबियम इन पौधों की जड़ों में गांठें बनाता है और वायुमंडल की मुक्त नाइट्रोजन को पौधों के लिए उपयोगी रूप में परिवर्तित कर देता है। यह प्रक्रिया नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहलाती है। इस प्रकार, राइजोबियम पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करके उनकी वृद्धि और विकास में सहायता करता है। यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में भी मदद करता है, जिससे किसानों को रासायनिक उर्वरकों का कम उपयोग करना पड़ता है।
रेशम किससे उत्पन्न होता है?
रेशम, एक प्राकृतिक रेशा है जो प्राचीन काल से ही मानव द्वारा उपयोग किया जाता रहा है। यह रेशम के कीट द्वारा उत्पादित होता है। जब रेशम का कीट अपने विकास के अंतिम चरण में पहुंचता है, तो वह अपने चारों ओर एक सुरक्षात्मक आवरण बनाता है जिसे कोकून कहते हैं। यह कोकून रेशम के धागों से बना होता है। इन धागों को कोकून से निकालकर फिर उनसे रेशमी धागे और कपड़े बनाए जाते हैं। रेशम के धागे बहुत मजबूत और चमकदार होते हैं और इनसे बने कपड़े बहुत ही सुंदर और आरामदायक होते हैं।
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