Rail Knowledge / Rail GK – रेल सामान्य ज्ञान
Rail GK आपके Railway Exam की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह न केवल आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ाता है बल्कि आपको रेलवे के इतिहास, संरचना और कार्यप्रणाली के बारे में गहराई से समझने में मदद करता है. रेलवे भर्ती परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सामान्य ज्ञान के प्रश्नों के लिए रेल जीके अनिवार्य है. चाहे आप किसी भी रेलवे पद के लिए आवेदन कर रहे हों, रेल जीके की अच्छी समझ आपके चयन की संभावनाओं को बढ़ा सकती है।
भारतीय रेल का स्लोगन क्या है?
भारतीय रेल का स्लोगन “आपकी रेल, आपकी सेवा” है।
डीजल लोकोमोटिव वर्क्स इनमें से कहाँ पर स्थित है?
डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (DLW) भारत के वाराणसी में स्थित है।
महेश की माता ने महेश से कहा, “मेरी माता का बेटा है जिसका पुत्र अच्युत, का महेश के साथ क्या सम्बन्ध है?”
महेश की माता के अनुसार, “मेरी माता का बेटा” का अर्थ है महेश का पिता। चूंकि अच्युत महेश का पुत्र है, इसलिए अच्युत का महेश के साथ संबंध पिता का होगा।
मरु प्रदेश में प्राचीन समय में कौन-सी नदी बहती थी, लेकिन अब नहीं बहती है?
प्राचीन काल में, भारतीय उपमहाद्वीप के मरु प्रदेश में सरस्वती नदी एक महत्वपूर्ण जल स्रोत के रूप में बहती थी। यह नदी संस्कृति, सभ्यता और कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि इसके जल से आसपास के क्षेत्रों में जीवन का संचार होता था। सरस्वती नदी का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों, जैसे ऋग्वेद में मिलता है, जहां इसे एक पवित्र नदी माना गया है। हालांकि, समय के साथ जलवायु परिवर्तन, भू-गर्भीय गतिविधियों और मानव गतिविधियों के कारण यह नदी सूख गई। आज यह नदी केवल एक मिथक बनकर रह गई है, लेकिन इसके अस्तित्व की यादें उन क्षेत्रों की सांस्कृतिक धरोहर में जीवित हैं।
संगीत के क्षेत्र में ताना रिरि पुरस्कार किस सरकार द्वारा दिया जाता है?
तानसेन पुरस्कार, जिसे ताना रिरि पुरस्कार भी कहा जाता है, भारतीय संगीत के क्षेत्र में एक प्रमुख सम्मान है। यह पुरस्कार गुजरात सरकार द्वारा स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य संगीत की समृद्धि को बढ़ावा देना और संगीतकारों को उनके योगदान के लिए सम्मानित करना है। तानसेन पुरस्कार उन कलाकारों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत में महत्वपूर्ण कार्य किया है। यह पुरस्कार संगीत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में भी सहायक है। गुजरात सरकार की पहल से संगीत के प्रति जागरूकता और उसके विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया गया है।
भारतीय गेंडे कहाँ पाये जाते हैं?
भारतीय गेंडे, जिन्हें एकhorn राइनो के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं। यह उद्यान विश्व विरासत स्थल के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त है और यहाँ भारतीय गेंडे की एक महत्वपूर्ण आबादी निवास करती है। काजीरंगा का घास का मैदान और जलाशय गेंड़ों के लिए आदर्श पर्यावास है, जहाँ वे अपनी प्राकृतिक स्थिति में जीवित रहते हैं। इसके अतिरिक्त, काजीरंगा के संरक्षण प्रयासों ने गेंड़ों की संख्या को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह स्थल न केवल गेंड़ों के लिए, बल्कि कई अन्य वन्य जीवों और पक्षियों के लिए भी प्रसिद्ध है।
नेपानगर किस उद्योग के लिए जाना जाता है?
नेपानगर, मध्यप्रदेश का एक प्रमुख नगर है, जिसे विशेष रूप से अखबारी कागज उद्योग के लिए जाना जाता है। यहाँ पर उत्कृष्ट गुणवत्ता के कागज का उत्पादन किया जाता है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से समाचार पत्रों और अन्य प्रिंट मीडिया में किया जाता है। नेपानगर की कागज मिलें आधुनिक तकनीक और उच्च मानकों के साथ संचालित होती हैं, जो इसे भारतीय कागज उद्योग का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाती हैं। यह उद्योग न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है, बल्कि पूरे देश में भी कागज की मांग को पूरा करने में सहायता करता है। इस प्रकार, नेपानगर का कागज उद्योग इसकी पहचान और विकास का एक मुख्य हिस्सा है।
निम्नलिखित में किस उद्योग को “चाइल्ड ऑफ प्रोटेक्शन” कहा जाता है?
“चाइल्ड ऑफ प्रोटेक्शन” का तात्पर्य चीनी उद्योग से है, जो इसे एक महत्वपूर्ण श्रेणी में रखता है। इसे इस नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि यह उद्योग श्रमिकों के अधिकारों और कल्याण के लिए संरक्षण की आवश्यकता में है, खासकर विकासशील देशों में। औद्योगिक उत्पादन में श्रमिकों, विशेषकर बच्चों, के लिए कड़ी मेहनत और असुरक्षित कार्य परिस्थितियाँ चिंता का विषय हैं। इसके अतिरिक्त, यह उद्योग पर्यावरणीय प्रभाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी जुड़ा है, जिससे सामाजिक और आर्थिक चुनौती उत्पन्न होती है। इसलिए, इस उद्योग की रक्षा करना आवश्यक है ताकि श्रमिकों के अधिकारों का सम्मान किया जा सके और सतत विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
भारतीय पर्यटन दिवस हर वर्ष कब मनाया जाता है?
भारतीय पर्यटन दिवस हर वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन का महत्व भारतीय संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में योगदान को उजागर करने के लिए है। भारत एक विविधता से भरा देश है, जहाँ विभिन्न जाति, भाषा और परंपराएँ एक साथ मिलती हैं। इस दिन का आयोजन पर्यटन क्षेत्रों की प्रगति, विकास और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किया जाता है। इसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियाँ, सेमिनार और प्रचार कार्यक्रम संचालित होते हैं, जो लोगों को भारत के समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता के प्रति जागरूक करते हैं। इस अवसर पर पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार और प्राइवेट क्षेत्र के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाता है।
निम्नलिखित में कौन सी भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में नहीं है?
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची उन भाषाओं की सूची है, जिन्हें भारतीय राज्य ने मान्यता दी है और जिनका संरक्षण किया जाना चाहिए। इनमें हिंदी, बंगाली, उर्दू, तमिल, तेलुगु, आदि जैसी कई भाषाएँ शामिल हैं। हालांकि, फारसी भाषा को इस सूची में स्थान नहीं दिया गया है। यह तथ्य भारत के सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को समझने में महत्वपूर्ण है, क्योंकि फारसी का भारत में ऐतिहासिक महत्व है लेकिन इसे आधिकारिक मान्यता नहीं मिली। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय संविधान की प्राथमिकता देश की प्रमुख भाषाओं को मान्यता देना है, जबकि फारसी जैसी भाषा ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होते हुए भी इसकी प्राथमिकता नहीं है।
भारत के उत्तरी मैदान में किस मिट्टी का विस्तार अधिकतम है?
भारत के उत्तरी मैदान में जलोढ़ मिट्टी का विस्तार सबसे अधिक है। यह मिट्टी गंगा, हिंडन, यमुना और अन्य नदियों द्वारा लाए गए सिल्ट और अन्य कणों के जमा होने से बनी है। जलोढ़ मिट्टी की संरचना बहुत उपजाऊ होती है, जो कृषि के लिए सर्वोत्तम होती है। यहाँ धान, गेहूँ, गन्ना और अन्य फसलों की बुवाई होती है, जिससे यह क्षेत्र कृषि की दृष्टि से महत्वपूर्ण बनता है। जलवायु के अनुकूलता और जलवायु परिवर्तन के बावजूद, जलोढ़ मिट्टी की उर्वरता इसे उत्तरी मैदान में एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन बनाती है। यह क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की स्थापना कब हुई है?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना 1969 में की गई थी, जिसका उद्देश्य भारत की अंतरिक्ष कार्यक्रमों को विकसित करना और उन्हें संचालित करना है। इसके गठन के पीछे मुख्य प्रेरणा नेहरू की विज्ञान और तकनीक के प्रति सोच थी, जो देश के विकास में योगदान करने के लिए आवश्यक थी। ISRO की स्थापना ने भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नया दिशा दी और इसे स्वतंत्रता के बाद एक आत्मनिर्भर देश की पहचान दिलाई। आज ISRO कई सफल उपग्रहों और मिशनों के लिए जानी जाती है, जैसे मंगलयान और चंद्रयान, जिससे भारत ने विश्व में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है।
भारत का सबसे ठंडा शुष्क स्थान कौन सा है?
भारत का सबसे ठंडा शुष्क स्थान लेह है, जो जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित है। यहाँ की जलवायु हिमालय पर्वत के उत्तरी ढलानों के कारण अत्यधिक शुष्क है। वर्षा की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे यहाँ की भूमि अक्सर सूखी रहती है। लेह की औसत वार्षिक वर्षा केवल 50 मिलीमीटर के आसपास होती है। इस स्थान की विशेषताएँ इसकी ऊँचाई, ठंडी जलवायु और बर्फीले पहाड़ों के कारण हैं। यहाँ की शुष्कता का प्रभाव कृषि और जनजीवन पर भी पड़ता है, जहां लोग विशेष प्रकार की फसलें उगाने के लिए विशेष तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। लेह की अनोखी भूगोलिक स्थिति इसे भारत के अन्य शुष्क क्षेत्रों से अलग बनाती है।