Indian GK MCQ Questions In Hindi
भारतीय सामान्य ज्ञान (Indian GK) हमारे देश के इतिहास, संस्कृति, भूगोल, राजनीति और समसामयिक घटनाओं से जुड़े तथ्यों का संग्रह है। यह जानना क्यों महत्वपूर्ण है? Indian GK हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है, हमारी राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करता है और हमें एक जानकार नागरिक बनाता है।
Indian GK MCQ क्यों जरूरी है।
यह विभिन्न Entrance या Competitive Exam जैसे UPSC CSE, IIT-JEE, NEET, NDA, CAT और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं में अत्यंत महत्वपूर्ण है। Indian GK का ज्ञान न केवल हमें परीक्षाओं में सफल होने में मदद करता है बल्कि हमें समाज में एक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए भी सशक्त बनाता है। Read More »

अरावली पर्वत का सर्वोच्च शिखर क्या कहलाता है?
अरावली पर्वत श्रृंखला भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है और यह देश की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखलाओं में से एक मानी जाती है। इसका सर्वोच्च शिखर गुरु शिखर कहलाता है, जिसकी ऊँचाई लगभग 1,722 मीटर है। गुरु शिखर राजस्थान राज्य के उदयपुर जिले के निकट स्थित है और यह पर्वत पर्यटकों और भक्तों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ पर एक प्राचीन देवस्थान के रूप में धूणी माता का मंदिर भी है, जो धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। गुरु शिखर अरावली पर्वत श्रृंखला की भौतिक विशेषताओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है।
कौन-सा भारतीय राज्य ‘एशिया की अण्डे की टोकरी’ के नाम से जाना जाता है?
आंध्र प्रदेश को ‘एशिया की अण्डे की टोकरी’ के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह राज्य भारत का एक प्रमुख अंडा उत्पादन केंद्र है। यहां की जलवायु, मिट्टी और कृषि पद्धतियां अंडे उत्पादन के लिए अत्यधिक अनुकूल हैं। आंध्र प्रदेश के किसानों ने अंडा उत्पादन में विशेष दक्षता हासिल की है, जिससे यह राज्य न केवल भारत में बल्कि एशिया में भी अंडे के उत्पादन में अग्रणी बन गया है। इसके अलावा, राज्य में पोल्ट्री उद्योग का तेजी से विकास हुआ है, जो रोजगार और आर्थिक विकास में योगदान दे रहा है। इस कारण, आंध्र प्रदेश का यह उपनाम उसके कृषि समृद्धि को दर्शाता है।
ध्वज गीत की रचना किसने की थी?
ध्वज गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण श्रंगार है, जिसकी रचना श्यामलाल गुप्त ‘पार्षद’ ने की थी। यह गीत भारतीय राष्ट्रीयता और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में उभरा। पार्षद ने अपने लेखन के माध्यम से लोगों में आज़ादी की भावना को जागृत किया और भारतीय संस्कृति की महानता को उजागर किया। ध्वज गीत में भारत के ध्वज को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो एकता, स्वतंत्रता, और संघर्ष का प्रतीक है। इसके माध्यम से उन्होंने उन मूल्यों को भी ज़िंदा किया, जो भारतीय समाज की नींव हैं। इस प्रकार, श्यामलाल गुप्त का योगदान भारतीय साहित्य और संस्कृति में अद्वितीय है।
भारतीय सिनेमा के जनक थे?
भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के, जिनका असली नाम धनराज केनलकर था, भारतीय फिल्म उद्योग के पितामह माने जाते हैं। उन्होंने 1913 में ‘राजा हरिश्चंद्र’ नामक पहली भारतीय फीचर फिल्म का निर्देशन किया, जिसने सिनेमा की नई दिशा निर्धारित की। फाल्के के काम ने न केवल भारतीय सिनेमा को अस्तित्व में लाने में भूमिका निभाई, बल्कि यह भी दर्शाया कि फिल्म एक महत्वपूर्ण कला और सूचना का माध्यम है। उनके दृष्टिकोण और मेहनत ने भारतीय फिल्मों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का मार्ग प्रशस्त किया। फाल्के की विरासत आज भी सिनेमा के क्षेत्र में जीवित है, और उनके योगदानों को हमेशा याद किया जाएगा।
भारत में रेशम का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य कौन-सा है?
भारत में रेशम उद्योग महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधियों में से एक है, जिसके अंतर्गत विभिन्न राज्यों में रेशमी वस्त्रों के उत्पादन की विशेषता है। कर्नाटक राज्य, जो दक्षिण भारत में स्थित है, रेशम के उत्पादन में अग्रणी है। यहां की जलवायु और भौगोलिक स्थिति रेशम के कीड़ों, विशेषकरमोेर्सेलस के लिए अनुकूल है। कर्नाटक में अनेक ऐसे क्षेत्र हैं, जहां रेशम की खेती की जाती है, जैसे कि कोडागू, बेलागवी और तुमकुर। राज्य सरकार ने इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम लाए हैं, जिससे किसानों को बेहतर तकनीक, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता मिल रही है। यही कारण है कि कर्नाटक भारत में रेशम उत्पादन में सबसे आगे है।
मथुरा के कला स्कूल में किसका प्रयोग किया गया था?
मथुरा का कला स्कूल भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है, जहां मूर्तिकला और वास्तुकला का उत्कृष्ट विकास हुआ। इसमें मुख्यतः मूर्ति कलाव्याख्या का प्रयोग किया गया, जो मूर्तियों के माध्यम से धार्मिक और सांस्कृतिक विचारों को व्यक्त करने का एक साधन है। मथुरा की कलाकृतियों में हिंदू और जैन धर्म के तत्वों का समावेश देखा जा सकता है, विशेषकर बुद्ध की मूर्तियों में। इस कला स्कूल ने भारतीय शिल्पकला के विकास में बड़ा योगदान दिया और इसके मूर्तिकला में जीवन्तता, भावों और कथानक की अद्भुत अभिव्यक्ति देखने को मिलती है। मथुरा का कला स्कूल आज भी कलात्मक प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।
त्यागराज अराधना त्यौहार कहाँ मनाया जाता है?
त्यागराज अराधना त्योहार मुख्यतः भारतीय राज्य तमिलनाडु में मनाया जाता है। यह त्योहार महान Carnatic संगीतकार त्यागराज की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत पर महत्वपूर्ण योगदान दिया। हर साल, यह त्योहार त्यागराज की जन्मतिथि के आसपास आयोजित किया जाता है, जिसमें संगीतज्ञ, भक्त और संगीत प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। इस अवसर पर उनके द्वारा रचित कीर्तन और भजन गाए जाते हैं, जो संगीत की भक्ति और प्रेम को दर्शाते हैं। यह त्योहार न केवल संगीत की महिमा को उजागर करता है, बल्कि सांस्कृतिक एकता और समर्पण की भावना को भी बढ़ावा देता है।
निम्नलिखित में से कौन सा पठार टिन के खानों के लिए प्रसिद्ध है?
दंडकारण्य पठार मध्य भारत में स्थित एक महत्वपूर्ण भू-भाग है, जो विशेष रूप से टिन के खानों के लिए जाना जाता है। यह पठार छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है। यहाँ की भौगोलिक संरचना और खनिज संसाधनों की प्रचुरता इसे एक महत्वपूर्ण उत्पादक क्षेत्र बनाती है। टिन का उपयोग विभिन्न उद्योगों में होता है, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य संरक्षण, और निर्माण सामग्री में। दंडकारण्य पठार की खनन गतिविधियाँ स्थानीय अर्थव्यवस्था में रोजगार और विकास का अवसर प्रदान करती हैं। इसके प्राकृतिक संसाधनों का व्यावसायिक दोहन यहाँ की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है।
भारत का पूर्वी समुद्री तट किस नाम से जाना जाता है?
भारत का पूर्वी समुद्री तट “कोरोमंडल तट” के नाम से जाना जाता है। यह तट बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित है और इसकी लंबाई लगभग 800 किलोमीटर है। कोरोमंडल तट, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा राज्यों से होकर गुजरता है। इस तट का इतिहास और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है, क्योंकि यह प्राचीन काल से व्यापार और समुद्री परिवहन का एक प्रमुख केंद्र रहा है। इसके किनारे कई महत्वपूर्ण बंदरगाह जैसे चेन्नई, विशाखापत्तनम और कुड्डालोर स्थित हैं। तट पर प्राकृतिक सौंदर्य, पर्यटन स्थल और समृद्ध समुद्री जीवन इस क्षेत्र को और भी आकर्षक बनाते हैं।
फ्लेमिंगो त्यौहार किस प्रदेश में मनाया जाता है?
फ्लेमिंगो त्यौहार आंध्र प्रदेश में मनाया जाता है, जो इस प्रदेश के सांस्कृतिक समृद्धि और प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है। यह त्यौहार आमतौर पर जनवरी या फरवरी के महीने में आयोजित होता है और इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटकों और स्थानीय लोगों को फ्लेमिंगो जैसे प्रवासी पक्षियों के प्रति जागरूक करना है, जो आंध्र प्रदेश के wetlands में आते हैं। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, संगीत और प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है, जिससे पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति का अनुभव होता है। साथ ही, यह त्यौहार पर्यावरण संरक्षण और पक्षी संरक्षण के प्रति भी जागरूकता फैलाने का एक मंच बनता है।

ताबो मठ किस राज्य में स्थित है?
ताबो मठ, जिसे “हिमाचल प्रदेश” में स्थित एक प्रमुख बौद्ध मठ के रूप में जाना जाता है, भारतीय तिब्बती बौद्ध संस्कृति का अद्भुत उदाहरण है। यह मठ, जो स्पीति घाटी के ताबो गांव में स्थित है, 996 ईस्वी में स्थापित किया गया था और इसे “भारत का काशी” भी कहा जाता है। ताबो मठ की वास्तुकला और भित्ति चित्र अत्यंत समृद्ध और विविध हैं, जो न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। यह स्थान बौद्ध अनुयायियों के लिए श्रद्धा का केंद्र है और पर्यटकों के बीच भी एक लोकप्रिय गंतव्य है। यहाँ की शांति और प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक अद्वितीय स्थल बनाते हैं।
भारत दुर्दशा के लेखक निम्नलिखित में से कौन हैं?
“भारत दुर्दशा” एक महत्वपूर्ण काव्य कविता है, जिसे प्रसिद्ध साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र ने लिखा है। यह कविता 19वीं शताब्दी में भारत के तत्कालीन सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य की गंभीरता को उजागर करती है। हरिश्चंद्र ने इस काव्य के माध्यम से भारतीय समाज की दुर्दशा, सुधार की आवश्यकता और स्वतंत्रता की आकांक्षा को चित्रित किया है। उनकी लेखनी में न केवल गहरी भावना है, बल्कि वे अपने वक्त के सामजिक मुद्दों पर भी प्रकाश डालते हैं। कविता में भक्ति, सामाजिक न्याय और जागरूकता का भाव स्पष्ट रूप से व्यक्त होता है, जो आज भी प्रासंगिक है। इस प्रकार, “भारत दुर्दशा” केवल एक काव्य नहीं, बल्कि एक समकालीन समाज के लिए एक प्रेरणादायक संदेश भी है।
किसका काल मुगल वास्तुकला का स्वर्णकाल कहा जाता है?
मुगल वास्तुकला का स्वर्णकाल शाहजहाँ के समय में आता है, जो 1628 से 1658 तक शासन करते थे। उनकी रचनाएं भारतीय स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। शाहजहाँ ने ताजमहल, लाल किला, और जामा मस्जिद जैसी भव्य इमारतों का निर्माण कराया, जो न केवल स्थापत्य कला की दृष्टि से महत्व रखते हैं, बल्कि उनकी कलात्मकता और सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध हैं। ताजमहल, जिसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है, उनकी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनाया गया था। शाहजहाँ के शासनकाल में वास्तुकला में उत्तम गुणवत्ता, बारीकी और सृजनात्मकता ने इसे एक नई ऊँचाई दी, जिससे मुगल वास्तुकला की पहचान बन सकी।
हसन निजामी और फख ए मुदब्बिर किसके दरबारी कवि थे?
हसन निजामी और फख ए मुदब्बिर कुतुबुद्दीन ऐबक के दरबारी कवि थे। कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत के संस्थापक थे, जिन्होंने अपने शासनकाल में कला और साहित्य को प्रोत्साहित किया। निजामी और मुदब्बिर ने ऐबक के दरबार में रहते हुए उनकी उपलब्धियों और वीरता का गुणगान किया। इन कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से कुतुबुद्दीन की प्रशंसा की और भारतीय साहित्य को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके काव्य में प्रेम, युद्ध और विजय की कहानियां सुनाई देती हैं, जो ऐबक के शौर्य का प्रतीक हैं। इस प्रकार, इन कवियों के कार्यों ने उस समय की सांस्कृतिक धारा को प्रभावित किया।
डूरंड लाइन किसके साथ भारत की सीमा निर्धारित करती थी ?
डूरंड लाइन, जो कि एक प्रकार की विभाजन रेखा है, भारत और अफगानिस्तान के बीच की सीमा को निर्धारित करती है। यह रेखा 1893 में ब्रिटिश राज ने अफगानिस्तान के तत्कालीन शासक अब्दुल रहमान खान के साथ बनाई थी। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश भारत की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अफगानिस्तान के साथ अपने प्रभाव को भी स्थापित करना था। डूरंड लाइन के कारण, यह क्षेत्र जातीय रूप से विविध है, जिसमें विभिन्न जनजातियाँ और सांस्कृतिक समूह निवास करते हैं। इस सीमा के चलते आज भी भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों पर प्रभाव पड़ता है, और यह क्षेत्र भू-राजनीतिक मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत की केन्द्र सरकार की प्रथम महिला मंत्री कौन है ?
भारत की केन्द्र सरकार की प्रथम महिला मंत्री राजकुमारी अमृत कौर थीं। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश के स्वास्थ्य मंत्रालय की पहली मंत्री बनीं। राजकुमारी अमृत कौर का जन्म 2 फरवरी 1887 को हुआ था, और वे एक शिक्षित और समाज सुधारक महिला थीं। वे महात्मा गांधी के करीबी सहयोगियों में से एक थीं और उन्होंने महिला अधिकारों और शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान दिया। उनके प्रयासों से स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सुधार हुआ और भारत में स्वास्थ्य नीति का आधार तैयार हुआ। उनकी उपलब्धियों ने न केवल महिलाओं के लिए रास्ते खोले, बल्कि देश की चिकित्सा प्रणाली को भी सशक्त किया।
भारत का राष्ट्रीय पेड़ है ?
भारत का राष्ट्रीय पेड़ बरगद है, जिसे संस्कृत में “अश्र्वत्थ” कहा जाता है। यह अपने विशाल आकार और घनी छाया के लिए प्रसिद्ध है। बरगद का पेड़ कई सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है, भारतीय समाज में इसे ज्ञान, दीर्घकालिकता और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। बरगद की विशेषता यह है कि इसके तने से कई शाखाएँ फैलती हैं, जो इसे और भी विशाल बनाती हैं। यह पेड़ पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऑक्सीजन का उत्पादन करता है और पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखता है। इसलिए, बरगद न केवल एक प्राकृतिक धरोहर है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा में भी गहराई से जुड़ा हुआ है।
जापान में पहली बार किस भारतीय ने चुनाव जीता ?
जापान में पहली बार भारतीय नागरिक के रूप में चुनाव जीतने का गौरव पुराणिक योगेंद्र को हासिल हुआ है। यह न केवल भारतीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि यह जापान में भारतीय संस्कृति और नागरिकों की पहचान को भी दर्शाता है। पुराणिक ने अपनी मेहनत और संघर्ष के माध्यम से इस उपलब्धि को प्राप्त किया, जो अन्य भारतीय प्रवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। इस जीत से यह स्पष्ट होता है कि विविधता और समावेशिता के सिद्धांतों का पालन करते हुए, एक भारतीय नागरिक अपनी प्रतिभा और क्षमताओं के माध्यम से किसी भी देश में सफल हो सकता है। यह घटना द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने में भी सहायक होगी।
भारत में सर्वाधिक गेहूँ उत्पादक राज्य कौन-सा है ?
भारत में गेहूँ उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक प्रमुख राज्य है। यह राज्य देश के कुल गेहूँ उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा प्रदान करता है। उत्तर प्रदेश की जलवायु, भूमि और कृषि परंपराएं इसे गेहूँ की खेती के लिए अनुकूल बनाती हैं। यहां की उपजाऊ मिट्टी और प्रचुर जल संसाधन भी इसकी कृषि उत्पादकता को बढ़ाते हैं। किसानों द्वारा अपनाए गए उन्नत कृषि तकनीकों और उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के प्रयोग के कारण उत्तर प्रदेश में गेहूँ की उपज में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, राज्य सरकार की कृषि नीतियों और समर्थन से भी उत्पादन में सुधार हुआ है। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश ना केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी गेहूँ उत्पादन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
किसी केंद्र शासित प्रदेश में उच्च न्यायालय स्थापित करने का अधिकार किसे है ?
किसी केंद्र शासित प्रदेश में उच्च न्यायालय स्थापित करने का अधिकार संसद को होता है। यह अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 241 के तहत निर्दिष्ट किया गया है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि केंद्र शासित प्रदेश के लिए संसद उच्च न्यायालय की स्थापना कर सकती है। यह व्यवस्था केंद्र और राज्यों के बीच न्यायिक प्रणाली को प्रभावी रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संसद की यह शक्ति यह सुनिश्चित करती है कि केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों को न्याय के समुचित साधन उपलब्ध हों और वे न्यायालयीन संरक्षण प्राप्त कर सकें। इस प्रकार, संसद के माध्यम से उच्च न्यायालयों की स्थापना न केवल न्यायिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देती है, बल्कि कानून के राज को भी मजबूत करती है।
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