Indian GK MCQ Questions In Hindi
भारतीय सामान्य ज्ञान (Indian GK) हमारे देश के इतिहास, संस्कृति, भूगोल, राजनीति और समसामयिक घटनाओं से जुड़े तथ्यों का संग्रह है। यह जानना क्यों महत्वपूर्ण है? Indian GK हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है, हमारी राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करता है और हमें एक जानकार नागरिक बनाता है।
Indian GK MCQ क्यों जरूरी है।
यह विभिन्न Entrance या Competitive Exam जैसे UPSC CSE, IIT-JEE, NEET, NDA, CAT और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं में अत्यंत महत्वपूर्ण है। Indian GK का ज्ञान न केवल हमें परीक्षाओं में सफल होने में मदद करता है बल्कि हमें समाज में एक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए भी सशक्त बनाता है। Read More »

भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में कौन सी बेरोजगारी सर्वाधिक पायी जाती है?
भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में मौसमी बेरोजगारी सर्वाधिक पाई जाती है, जो फसलों की बुवाई और कटाई के मौसमों में होती है। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के चलते, किसानों को फसल से जुड़े कार्यों के लिए कुछ अवधि में ही आवश्यकता होती है, जबकि अन्य समय में काम की उपलब्धता कम हो जाती है। इस प्रकार, खेतों में काम के बाद लोग बेरोजगार हो जाते हैं, क्योंकि स्थायी रोजगार के अवसर सीमित होते हैं। इससे ग्रामीण श्रमिकों को स्थिर आय की कमी का सामना करना पड़ता है। मौसमी बेरोजगारी के कारण सामाजिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जो ग्रामीण विकास की राह में बाधा बनती हैं।
निम्नलिखित प्रमुख भारतीय नगरों में से कौन-सा एक सबसे अधिक पूर्व की और अवस्थित है?
कोलकाता भारत के प्रमुख नगरों में से एक है और यह देश के पूर्वी भाग में, हुगली नदी के किनारे स्थित है। इसे ‘सिटी ऑफ जॉय’ के नाम से भी जाना जाता है, और यह पश्चिम बंगाल की राजधानी है। कोलकाता का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है। यहाँ की वास्तुकला, कला, साहित्य और त्योहारों की भव्यता इसे एक अद्वितीय पहचान देती है। यह नगर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का भी केंद्र रहा है। आर्थिक और वाणिज्यिक दृष्टि से भी कोलकाता महत्वपूर्ण है, जहाँ विभिन्न उद्योग और व्यापारिक गतिविधियाँ संपन्न होती हैं। इस प्रकार, कोलकाता न केवल भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से भी इसे एक विशेष स्थान प्राप्त है।
निम्नलिखित में कौन से संत मोची का कार्य करते थे?
गुरु रविदास, एक महान संत और कवि, भारतीय संत परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उन्होंने समाज में जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। रविदास जी को विशेष रूप से मोची के कार्य से जोड़ा जाता है, जो उनकी जीवन शैली और आदर्शों को दर्शाता है। उन्होंने अपने काव्य के माध्यम से यह संदेश दिया कि असली मानवता और समाज का आधार व्यक्ति की जाति या पेशा नहीं, बल्कि उनके कर्म और चरित्र हैं। संत रविदास का मकसद लोगों को एकजुट करना और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना था, जिससे वे सम्पूर्ण समाज में समानता और प्रेम का संदेश फैलाने में सफल हुए।
भारतीय संविधान का जनक किसे कहा जाता है?
भारतीय संविधान का जनक डॉ. भीमराव अंबेडकर को कहा जाता है, जो एक महान समाज सुधारक और जातिवाद के विरुद्ध अविनाशी योद्धा रहे हैं। उन्होंने संविधान सभा के कानून मंत्री के रूप में भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंबेडकर ने समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर निम्न जातियों के अधिकारों की रक्षा के लिए अद्वितीय प्रावधान सुनिश्चित किए। उनका उद्देश्य एक ऐसा संविधान तैयार करना था जो समानता, स्वतंत्रता, और समाज में सभी के लिए न्याय को सुनिश्चित करे। उनके विचार और दृष्टिकोण आज भी भारतीय राजनीति और समाज को प्रभावित कर रहे हैं, जिससे वे भारतीय लोकतंत्र के स्तंभ बन गए हैं।
वह पहला किला, जो शिवाजी ने जीता, उसका नाम था?
शिवाजी महाराज, जो भारतीय इतिहास के महान योद्धा और राज्यकर्ता माने जाते हैं, ने अपने सुशासन और सैन्य रणनीति के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में मुगलों के खिलाफ संघर्ष किया और स्वतंत्र मराठा साम्राज्य की नींव रखी। तोरणा किला, जो शिवाजी द्वारा जीता गया पहला किला था, एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। यह किला शिवाजी की सैन्य ताकत और रणनीतिक दृष्टिकोण का प्रतीक है। तोरणा किले की विजय ने उन्हें न केवल सैन्य सफलता दिलाई, बल्कि उनके नेतृत्व में मराठा साम्राज्य की शुरुआत भी सुनिश्चित की। इस किले ने शिवाजी को अपनी सेनाओं को संगठित करने और युद्ध की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद की, जो आगे चलकर उनके विजय अभियान का आधार बना।
बंद अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
बंद अर्थव्यवस्था से तात्पर्य है ऐसी आर्थिक प्रणाली से जहां विदेशों के साथ व्यापार और व्यापारिक संबंध पूर्णतः प्रतिबंधित होते हैं। इसका अर्थ है कि देश अपने उत्पादों और सेवाओं का आदान-प्रदान केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही करता है। बाहरी बाजार की कोई भूमिका नहीं होती, जिससे स्थानीय उद्योगों को संरक्षण मिल सकता है, लेकिन यह भी ध्यान देने योग्य है कि ऐसे में प्रतिस्पर्धा का अभाव होता है, जिससे उत्पादों की गुणवत्ता और विविधता में कमी आ सकती है। इसके परिणामस्वरूप, बंद अर्थव्यवस्था में उपभोक्ताओं के लिए विकल्प सीमित होते हैं, और यह दीर्घकालिक विकास के लिए चुनौतियों का सामना कर सकती है।
निम्नलिखित में कौन सा मंदिर चोल साम्राज्य से संबंधित है?
चोल साम्राज्य, जो कि दक्षिण भारत के ऐतिहासिक साम्राज्यों में से एक था, ने कला और वास्तुकला के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया। इस साम्राज्य के तहत निर्मित कई मंदिर आज भी अद्भुत शिल्प कला के उदाहरण हैं। इनमें से एक प्रमुख उदाहरण ब्रह्मेश्वर मंदिर है, जो तमिलनाडु के थंजावुर में स्थित है। यह मंदिर राजा राजराज चोल के शासनकाल में बनवाया गया था और इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। ब्रह्मेश्वर मंदिर की अद्वितीय वास्तुकला, विस्तृत शिल्प और चित्रण, चोल साम्राज्य के समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक जीवन को दर्शाते हैं, जो आज भी आस्था और श्रद्धा का केंद्र बने हुए हैं।
सत्रीय नृत्य भारत के किस प्रदेश का शास्त्रीय नृत्य है?
सत्रीय नृत्य भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम का एक प्रमुख शास्त्रीय नृत्य है। यह नृत्य भगवान कृष्ण और उनकी लीला से प्रेरित है और इसे विशेष रूप से सत्रों में, जो कि असम के धार्मिक संस्कार स्थलों हैं, प्रस्तुत किया जाता है। सत्रीय का अर्थ है ‘सांप्रदायिक’ और यह नृत्य असमिया संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। इसमें भक्ति और श्रद्धा का गहरा समावेश होता है, जिसमें नर्तक पारंपरिक वस्त्र पहनकर, गायक और संगीतकारों के साथ मंच पर प्रस्तुत होते हैं। इसकी कथाएँ आमतौर पर पुरातन पौराणिक कथाओं पर आधारित होती हैं, जो दर्शकों को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करती हैं।
निम्नलिखित में कौन सा स्थान जैन धर्म से संबंधित है?
पावापुरी जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो भारतीय राज्य बिहार में स्थित है। यह स्थली विशेष रूप से भगवान महावीर के निर्वाण स्थल के रूप में जानी जाती है। जैन धर्म में महावीर को अंतिम तीर्थंकर और धर्म के प्रवर्तक माना जाता है। पावापुरी का पवित्र जल और वहां मौजूद जैन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। यहां पर्यटक और भक्त न केवल धार्मिक आस्था के तहत आते हैं, बल्कि यह स्थान जैन संस्कृति और इतिहास का भी प्रतीक है। पावापुरी जैन धर्म से जुड़े लोगों के लिए श्रद्धा और साक्षात्कार का प्रतीक है।
किसने राजा घमण्डचंद को अपने साम्राज्य का आगे विस्तार करने से रोका?
राजा घमण्डचंद, जो अपने साम्राज्य का तेजी से विस्तार करने के इच्छुक थे, को जस्सा सिंह ने सफलतापूर्वक रोक लिया। जस्सा सिंह, जो एक साहसी और सक्षम योद्धा थे, ने घमण्डचंद की योजनाओं को चुनौती दी और सामरिक बुद्धिमता का परिचय दिया। उनके नेतृत्व में स्थानीय जनजातियों ने एकजुट होकर घमण्डचंद के विस्तारवादी प्रयासों का सामना किया। जस्सा सिंह का यह कदम न केवल अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए था, बल्कि यह एक प्रतीक भी था कि छोटे राजव्यवस्थाएं मिलकर बड़े साम्राज्य के खिलाफ खड़ी हो सकती हैं। इस संघर्ष ने जस्सा सिंह को एक लोकप्रिय नायक बना दिया और उनके प्रभाव ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की भावना को बढ़ावा दिया।

शीतकालीन वर्षा का अधिकतम भाग किस राज्य को प्राप्त होता है?
शीतकालीन वर्षा, जो सामान्यतः उत्तर भारत में शीतकाल के दौरान होती है, का अधिकतम भाग तमिलनाडु राज्य को प्राप्त होता है। यह वर्षा मुख्यतः गर्म जाड़ों के मौसम में उत्तर-पूर्वी मॉनसून के प्रभाव से होती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की समाप्ति के बाद, जब ठंडी हवाएँ दक्षिण की ओर बढ़ती हैं, तब तमिलनाडु में वर्षा होती है। यहाँ की भौगोलिक स्थिति और तटीय इलाकों के कारण यह राज्य इस प्रकार की वर्षा का मुख्य केंद्र बन जाता है। इस वर्षा से कृषि उत्पादन में वृद्धि होती है और यह राज्य की जलाशयों को भरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विशेषकर चावल और अन्य फसलों की खेती के लिए यह आवश्यक है।
इस्कॉन की स्थापना कब हुई?
इस्कॉन, जिसे अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ के नाम से जाना जाता है, की स्थापना 1966 में हुई थी। इसका उद्देश्य भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों को फैलाना और दुनिया भर में भक्ति योग की महत्वपूर्णता को समझाना है। इसके संस्थापक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक नेता श्री स्वामी प्रभुपाद, ने इस संस्था के माध्यम से भारतीय संस्कृति और वैदिक साहित्य के सिद्धांतों को पश्चिमी देशों में प्रस्तुत किया। इस्कॉन ने अपने अनुयायियों को भक्ति, सेवा और साधना के माध्यम से जीवन में संतोष और आध्यात्मिक विकास की ओर प्रेरित किया। इसके साथ ही, यह विश्व स्तर पर धार्मिक और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय है।
निम्नलिखित में से कौन-सा भारत में वाणिज्यिक ऊर्जा का प्रधान स्त्रोत है?
भारत में वाणिज्यिक ऊर्जा का प्रमुख स्रोत कोयला है। कोयले का उपयोग मुख्य रूप से बिजली उत्पादन और औद्योगिक प्रक्रियाओं में किया जाता है। देश की ऊर्जा जरूरतों के बड़े हिस्से को पूरा करने के लिए, कोयला एक महत्वपूर्ण संसाधन है। भारत में विशालकोयला भंडार है, जिससे यह ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। भारत ने ऊर्जा उत्पादन में कोयले की भागीदारी बढ़ाई है, जबकि अन्य स्रोत जैसे प्राकृतिक गैस और नवीकरणीय ऊर्जा भी महत्वपूर्ण हो रहे हैं। कोयले की शोषण प्रक्रिया न केवल ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करती है, बल्कि कई लोगों को रोजगार भी प्रदान करती है, हालांकि यह पर्यावरणीय चिंताओं को भी जन्म देती है।
निम्न में से कौन-सा राज्य भारत के वृहद प्रायद्वीपीय पठार का भाग नहीं है?
भारत का वृहद प्रायद्वीपीय पठार, जिसे डेक्कन पठार भी कहा जाता है, मुख्य रूप से दक्षिण भारत में फैला हुआ है। इसमें कई राज्यों जैसे Karnataka, Maharashtra, Telangana, और Andhra Pradesh शामिल हैं। यह पठार खनिज संपदा और कृषि के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, पंजाब इस पठार का हिस्सा नहीं है। पंजाब उत्तरी भारत में स्थित है और इसकी भूमि अधिकतर तराई क्षेत्र में विस्तारित है, जो गंगा नदी के बाढ़ के मैदानों से संबंधित है। इस तरह, पंजाब का भौगोलिक और भूदृश्य संरचना डेक्कन पठार से भिन्न है, जिससे यह इस वृहद प्रायद्वीपीय पठार का हिस्सा नहीं बनता।
वर्तमान में भारत के किस स्थान को सफेद पानी के नाम से जाना जाता है?
सियाचिन, जो कि भारतीय हिमालय में स्थित है, को “सफेद पानी” के नाम से जाना जाता है। यह नाम इसके बर्फीले इलाके और बर्फ से ढके पहाड़ों के कारण है। सियाचिन ग्लेशियर, जिसका क्षेत्रफल लगभग 76 किलोमीटर है, दुनिया का सबसे ऊँचा युद्धभूमि और रणनीतिक स्थान माना जाता है। यहाँ की जलवायु अत्यंत कठिन और ठंडी है, जहां तापमान अक्सर शून्य से नीचे चला जाता है। यह क्षेत्र सीमा सुरक्षा के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। सियाचिन का पर्यावरणीय समृद्धि एवं कठिनाइयों का मिश्रण इसे एक विशेष स्थान बनाता है, जहाँ केवल चुनिंदा लोग ही जीवन यापन कर सकते हैं।
प्रसिद्ध रहस्यपूर्ण त्रिमूर्ति सदाशिव कहाँ स्थित है?
प्रसिद्ध रहस्यपूर्ण त्रिमूर्ति सदाशिव एलीफैंट Island में स्थित है, जो मुंबई के निकट अरब सागर में स्थित एक द्वीप है। यह त्रिमूर्ति भगवान शिव के विभिन्न रूपों का प्रतीक है, जिसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश का सम्मिलित स्वरूप दर्शाया गया है। यह अद्भुत मूर्तिकला 6वीं सदी में नक्काशी का एक अद्वितीय उदाहरण है, जो प्राचीन भारतीय कला और संस्कृति का अनूठा प्रदर्शन करती है। एलीफैंट Island की यह विशेषता इसे पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण आकर्षण बनाती है। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत समृद्ध है। इस प्रकार, सदाशिव की त्रिमूर्ति दर्शकों के लिए एक गहरी आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करती है।
इंदिरा गाँधी नहर परियोजना को पानी किस बाँध से मिलता है?
इंदिरा गांधी नहर परियोजना एक महत्वपूर्ण सिंचाई योजना है, जो भारतीय राज्य राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। इसका मुख्य जल स्रोत हरिके बैराज बांध है, जो पंजाब में सतलुज नदी पर बना हुआ है। हरिके बैराज से पानी लेकर इंदिरा गांधी नहर राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों में कृषि के लिए जल प्रदान करती है। यह परियोजना उन क्षेत्रों में जल संकट को दूर कर कृषि उत्पादन को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। इसके माध्यम से क्षेत्र में सूखे के प्रभाव को कम करने और खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है।
भारतीय कृषि को समझा जाता है?
भारतीय कृषि को बहु फसल प्रणाली के लिए जाना जाता है, जहां एक ही भूमि पर विभिन्न प्रकार की फसलों का उत्पादन किया जाता है। यह प्रणाली किसानों को फसल विविधता, आय स्थिरता, और मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में मदद करती है। भारतीय कृषि में धान, गेहूं, दलहन, तिलहन, और मौसमी फसलें शीर्ष स्थान रखती हैं। बहु फसल वाली खेती में किट और रोगों का प्रकोप कम होता है, जिससे रासायनिक कीटनाशकों की आवश्यकता भी घटती है। इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन के प्रति भी यह अधिक लचीली होती है। इस तरह, बहु फसल प्रणाली भारतीय कृषि की स्थिरता और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय कौन था?
नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय रविंद्रनाथ टैगोर थे, जिन्हें 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए साहित्य के क्षेत्र में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला। टैगोर एक महान कवि, लेखक, दार्शनिक और संगीतकार थे, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया। उनकी रचनाओं में मानवता, प्रेम, और प्रकृति की गहराई से अभिव्यक्ति दिखाई देती है। टैगोर का यह पुरस्कार भारतीय साहित्यिक धरोहर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि था, जिसने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाई। उनके योगदान ने साहित्य की सीमाओं को पार करते हुए, विविधता और गहराई को अनूठे तरीके से प्रस्तुत किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा निर्धारित की गई थी?
भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा निर्धारित करने के लिए 1947 में रेडक्लिफ रेखा का निर्माण किया गया। इसका नाम सर्वेयर सिरिल रेडक्लिफ के नाम पर रखा गया, जिन्होंने इस सीमा को निर्धारित करने का कार्य किया। यह रेखा मुख्यतः धार्मिक आधार पर बनाई गई, जिससे हिंदू बहुल क्षेत्रों को भारत और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों को पाकिस्तान में विभाजित किया गया। इस विभाजन के परिणामस्वरूप लाखों लोग अपने-अपने देशों की ओर पलायन करने को मजबूर हुए, जिसके चलते साम्प्रदायिक संघर्ष और मानव कल्याण पर गंभीर प्रभाव पड़ा। रेडक्लिफ रेखा ने भारत-पाकिस्तान के बीच की राजनीतिक और सांस्कृतिक सीमाओं को स्थायी बना दिया।
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