Economy & Finance Current Affairs In Hindi – 29 July 2025 News

Economy & Finance Current Affairs 29 July 2025 

आज के Economy वाले Current Affairs Hindi में मिलेगा full paisa-vasool info – जैसे GST के changes, RBI का update, GDP में क्या उथल-पुथल हुई। एकदम simplified version में।
Economy की हलचल जाननी ज़रूरी है – इससे समझ आता है कि market में kya chal raha hai और किस चीज़ का कितना impact है। Students, investors, sab के लिए useful है ये वाला Current Affairs Hindi part।
👉 Meta description – 29 जुलाई के Economy & Finance Current Affairs Hindi में जानिए देश की अर्थव्यवस्था का ताज़ा हाल

IMF ने कहा – “भाई, इंडिया तो कमाल कर रहा है!”

(29 जुलाई 2025)

देखो भाई, IMF (यानी International Monetary Fund) ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में इंडिया की तारीफ कर दी है। उन्होंने बोला है कि भारत की GDP अगले साल 6.4% की रफ्तार से बढ़ेगी। और वजह क्या है? Simple hai — सरकार के ज़बरदस्त reforms और public investment में लगातार बढ़ोतरी। मतलब जो काम सरकार ने पिछले कुछ टाइम से किये हैं, उनका result अब दिख रहा है। और IMF ने इंडिया को फिर से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी economy बता दिया है।

तो अगर आप Competitive Exams की तैयारी कर रहे हो, तो ये वाला अपडेट पक्का ध्यान में रखना, क्योंकि ये Daily Current Affairs in Hindi का एक दम दनदनाता टॉपिक है।

चलो, अब इस खबर की 5 तगड़ी बातें देखते हैं:

IMF का बड़ा अपग्रेड

पहले जो अनुमान था उससे अब IMF ने growth को और बढ़ा दिया है – FY26 में 6.4% और FY27 के लिए भी बढ़िया उम्मीदें हैं।

Reforms का असर साफ दिख रहा है

जो बड़े-बड़े फैसले लिये गए जैसे tax reforms, infra investment वगैरह – उन सबका असर अब ground level पर दिख रहा है। यही है असली current affairs!

महंगाई भी हुई थोड़ी कम

IMF ने बोला है कि inflation यानी महंगाई अब 3.7% से भी नीचे जा सकती है। और इसका सबसे बड़ा फायदा आम जनता को मिलेगा।

दुनिया में सबसे तेज़ दौड़ता इंडिया

Global level पर देखा जाए तो इंडिया की economy & finance की हालत सबसे फिट है — कहीं से भी कमज़ोरी नहीं दिख रही।

Calendar vs Fiscal confusion clear करो

IMF ने कहा कि fiscal year में growth 6.4% है, लेकिन calendar year के हिसाब से ये 6.7% तक जा सकती है।

अब कुछ सवालों की प्रैक्टिस कर लो (MCQ Time):

IMF ने इंडिया की FY26 GDP कितनी बताई है?

  • a) 6.2%
  • b) 6.4% ✅
  • c) 6.6%
  • d) 7.0%

IMF ने क्या वजह बताई इस growth के पीछे?

  • a) Loan lene ki aadat
  • b) Reforms aur public investment ✅
  • c) Cricket jeetna
  • d) Population growth

FY26 में inflation का अनुमान क्या है?

  • a) 4.5%
  • b) 6%
  • c) 3.7% से कम ✅
  • d) 5.8%

Finance Ministry बोली – अभी सब steady चल रहा है!

(29 जुलाई 2025)

India की Finance Ministry ने जून महीने का Economic Review निकाला है और उसमें सीधा-सीधा बोला है – “Chinta ki koi baat nahi bhai, सब steady चल रहा है।”

मतलब जो exports हैं, वो भी ठीक-ठाक चल रहे हैं, और forex reserve भी मज़े में हैं। हां, थोड़ा global scene tight है, लेकिन इंडिया अपनी चाल में है।

अगर आप Daily Current Affairs पढ़ते हो, तो ये वाला update मिस मत करना

5 काम की बातें इस खबर में से:

Core exports ने बढ़िया प्रदर्शन किया

Petroleum और jewellery को छोड़ दो, बाकी जो core सामान है उसमें 7.2% की growth आई है — अच्छी बात है!

Dollar reserve full hai bhai

Forex reserves इतने हैं कि इंडिया 11 महीने तक आराम से import कर सकता है — ये stability की पहचान है।

America की हालत थोड़ी ढीली

U.S. की economy थोड़ी सुस्त है, जिसका असर इंडिया के exports पर भी पड़ सकता है — Finance Ministry ने भी alert कर दिया है।

Loan lene का mood slow है

Bank loans की speed थोड़ी स्लो है, इसका मतलब है लोग cautious हैं — पर overall current affairs के लिहाज़ से ये एक अच्छी reality-check news है।

Steady as she goes वाली vibe

Ministry ने कहा – सब ठीक है, बस ज़रा global signals देख रहे हैं। मतलब ship सही direction में है।

चलो, अब इस पर भी कुछ सवाल कर लें:

Core exports Q1 FY26 में कितने % से बढ़े?

  • a) 5.9%
  • b) 6.5%
  • c) 7.2% ✅
  • d) 8.0%

भारत के पास कितने महीनों का import cover है?

  • a) 6
  • b) 9
  • c) 11 ✅
  • d) 14

Ministry ने economy की हालत को क्या नाम दिया?

  • a) Risky
  • b) Declining
  • c) Steady as she goes ✅
  • d) Uncertain

बैंक ने उधारी पर लगाई ब्रेक – RBI का plan थोड़ा लटका

(29 जुलाई 2025)

अब ये वाली खबर थोड़ी tricky है — RBI ने सोचा था कि rate cut करके लोग ज़्यादा loan लेंगे, खर्च बढ़ेगा, Economy boost होगी। लेकिन बैंक वाले बोले – “अभी hold करो bhai, risk ज़्यादा है।”

तो retail credit यानी personal loan वगैरह पर थोड़ा सा ब्रेक लग गया है। इसका मतलब ये हुआ कि लोगों के पास खर्च करने के लिए उतना पैसा नहीं आ रहा, जितनी RBI को उम्मीद थी।

इस खबर की 5 टॉप बातें:

Retail credit हुई धीमी

April से June तक लोगों को loans देना कम हो गया है — खासकर personal और consumer वाले।

RBI का interest cut काम नहीं आया

चाहे RBI ने rate कट कर दिए हों, लेकिन bank cautious हो गए हैं — मतलब धीरे-धीरे दे रहे हैं।

Bad loan का डर real है

कुछ banks को डर है कि लोग loan लेकर चुका नहीं पाएंगे — इसीलिए credit देने में हाथ खींच लिया गया।

Consumption growth पर असर

जब लोग loan नहीं लेंगे, तो खरीदारी भी नहीं करेंगे — और इस से economy को push नहीं मिल पाता।

Household risk का tension

घर के खर्चे बढ़ रहे हैं और income वैसी नहीं है, इस वजह से bank भी सोच में हैं कि पैसे किसे दें और किसे न दें।

चलो अब फटाफट इसके MCQ देख लो:

Bank ने किस तरह के loan में कटौती की?

  • a) Government loans
  • b) Retail credit ✅
  • c) Business finance
  • d) Student loan

RBI ने interest rate क्यों घटाया था?

  • a) Inflation बढ़ाने के लिए
  • b) Election से पहले
  • c) Spending और investment बढ़ाने के लिए ✅
  • d) Dollar बचाने के लिए

Retail credit कम होने से क्या हो सकता है?

  • a) Savings बढ़ेंगी
  • b) Consumption गिर सकता है ✅
  • c) Rupee तेज़ होगा
  • d) Bank profits बढ़ेंगे

 

 

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