Chemistry GK MCQ Question In Hindi
Chemistry, हमारे आसपास की दुनिया को समझने का एक महत्वपूर्ण आधार है। Chemistry GK न केवल आपको विभिन्न पदार्थों और उनकी प्रतिक्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है बल्कि यह आपके तार्किक सोच को भी विकसित करता है। कई Entrance या Competitive Exam में रसायन विज्ञान के सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, जैसे कि UPSC CSE, IIT-JEE, NEET, NDA, CAT और विभिन्न राज्य स्तरीय परीक्षाओं में। Chemistry GK का ज्ञान आपको इन परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यह दैनिक जीवन में होने वाली कई घटनाओं को समझने में भी आपकी सहायता करता है।

कोयले के निम्न प्रकारों में से की एक में शेष प्रकारों की अपेक्षा अधिक प्रतिशत अंश कार्बन का होता है ?
एंथ्रासाइट कोयले का एक ऐसा प्रकार है जिसमें 85-95% कार्बन होता है। यह कोयले का सबसे उच्च गुणवत्ता वाला रूप है और इसमें उच्च ऊर्जा की मात्रा होती है। एंथ्रासाइट का उपयोग मुख्यतः धातुकर्म और ऊर्जा उत्पादन में किया जाता है। इसके अलावा, यह अन्य प्रकार के कोयले की तुलना में अधिक जलनशीलता और कम अशुद्धता रखता है। अन्य प्रकार जैसे लिग्नाइट में कार्बन की मात्रा कम होती है, जो इसे कम ऊर्जा उत्पादक बनाती है।
स्थिर ताप पर किसी गैस का दाब तिगुना कर देने पर उसका आयतन होगा ?
गैसों के व्यवहार का वर्णन करने वाले चार नियमों में से एक बॉयल का नियम है, जो कहता है कि यदि तापमान स्थिर है, तो किसी गैस का दाब और आयतन एक-दूसरे के विपरीत अनुपात में होते हैं। अर्थात, यदि दाब को तिगुना किया जाता है, तो आयतन आधा हो जाता है। यह नियम गैसों के लिए महत्वपूर्ण है, विशेषकर जब हम विभिन्न परिस्थितियों में गैसीय पदार्थों का अध्ययन करते हैं।
निम्नलिखित में से कौन-सा एक किसी तत्व के परमाणु क्रमांक को सबसे सही निर्धारित करता है ?
किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उसके न्यूक्लियस में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या को दर्शाता है। यह तत्व की पहचान का मूल आधार है, क्योंकि प्रत्येक तत्व का अपना विशेष परमाणु क्रमांक होता है। उदाहरण के लिए, हाइड्रोजन का परमाणु क्रमांक 1 है, जबकि कार्बन का 6 है। प्रोटॉन संख्या के आधार पर ही तत्वों की आवर्त सारणी में स्थिति निर्धारित की जाती है।
मानव शरीर में ताँबा धातु की मात्रा की वृद्धि होने से कौन-सी बीमारी होती है ?
विल्सन रोग एक आनुवंशिक विकार है जिसमें शरीर में ताँबा की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है। यह रोग आमतौर पर ताँबे के संचय के कारण होता है, जिससे विभिन्न अंगों में विषाक्तता होती है। यह मुख्यतः जिगर, मस्तिष्क और आंखों को प्रभावित करता है। रोग की प्रमुख लक्षणों में थकान, पेट में दर्द, मानसिक परिवर्तन और जिगर की समस्याएं शामिल होती हैं। इस रोग का उपचार ताँबे के स्तर को नियंत्रित करने के लिए दवाओं के माध्यम से किया जाता है।
मोहर लवण (Mohr’s Salt) का रासायनिक सूत्र है ?
मोहर लवण, जिसे Mohr’s Salt के नाम से जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण रासायनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र K2SO4·FeSO4·6H2O है। यह एक डाइहाइड्रेट लवण है और इसे सामान्यतः विश्लेषणात्मक रसायन में उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग विशेष रूप से आयरन(II) की मात्रा ज्ञात करने के लिए किया जाता है। मोहर लवण का उपयोग करने से रासायनिक प्रतिक्रियाओं की सटीकता बढ़ती है और यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है।
इथिनिल अणु की प्रकृति होती है ?
VSEPR सिद्धांत के अनुसार, इलेक्ट्रॉन युग्म एक-दूसरे को अधिकतम दूरी पर रखने की कोशिश करते हैं। पाँच इलेक्ट्रॉन युग्मों के लिए सबसे स्थिर ज्यामिति समतल त्रिकोणीय होती है।
निम्नलिखित में से ऑक्सीजन मिश्रित वह निष्क्रिय गैस कौन-सी है जो अवरोधित श्वसन से पीड़ित रोगियों को दी जाती है ?
अवरोधित श्वसन से पीड़ित रोगियों के लिए ऑक्सीजन मिश्रित हीलियम का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि यह श्वास लेने को आसान बनाती है और फेफड़ों तक ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ाती है।
निम्नलिखित तत्वों में से किसकी परमाणु संख्या नियॉन की तुलना में अधिक है ?
नियॉन का परमाणु क्रमांक 10 है। इसके मुकाबले, ऑक्सीजन का परमाणु क्रमांक 8 है, जबकि कार्बन का 6 और नाइट्रोजन का 7 है। इस प्रकार, हाइड्रोजन, कार्बन और नाइट्रोजन की परमाणु संख्या नियॉन से कम है। इसलिए, ऑक्सीजन वह तत्व है जिसकी परमाणु संख्या नियॉन के मुकाबले अधिक है। वैज्ञानिक अनुसंधान और रासायनिक प्रक्रियाओं में तत्वों के क्रमांक की सही पहचान महत्वपूर्ण होती है।
भोपाल गैस त्रासदी निम्नलिखित में से किस गैस के रिसाव के कारण हुई थी ?
भोपाल गैस त्रासदी 1984 में हुई एक गंभीर औद्योगिक दुर्घटना थी, जिसमें मिथाइल आइसोसायनेट (MIC) गैस का रिसाव हुआ था। यह घटना भारत के भोपाल में स्थित यूनियन कार्बाइड संयंत्र में हुई थी और इसके परिणामस्वरूप हजारों लोगों की जान गई थी। मिथाइल आइसोसायनेट एक अत्यधिक विषैला रसायन है जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है। इस त्रासदी ने औद्योगिक सुरक्षा के मानकों को फिर से जांचने और उनकी मजबूती को सुनिश्चित करने की आवश्यकता को उजागर किया।
पानी में जल मिलाने पर पानी क्वथनांक और हिमांक ?
जब हम पानी में पानी मिलाते हैं, तो असल में हम शुद्ध पानी में शुद्ध पानी ही मिला रहे हैं। इससे विलयन की प्रकृति में कोई बदलाव नहीं होता है। इसलिए, पानी का क्वथनांक और हिमांक दोनों ही अपरिवर्तित रहते हैं।

पौधे नाइट्रोजन को किस रूप में लेते हैं ?
पौधे नाइट्रोजन को विभिन्न रूपों में लेते हैं, जैसे कि अमोनियम (NH4+), नाइट्रेट (NO3-), और नाइट्राइट (NO2-)। ये सभी रूप पौधों के लिए आवश्यक होते हैं, क्योंकि नाइट्रोजन उनके विकास और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। नाइट्रोजन का उपयोग पौधे प्रोटीन, एंजाइम, और अन्य जैविक यौगिकों के निर्माण में करते हैं। यह आवश्यक है कि पौधे नाइट्रोजन के उपरोक्त रूपों में से किसी एक को अवशोषित करें ताकि वे स्वस्थ रह सकें।
ऑक्सीजन तथा ओजोन हैं ?
ऑक्सीजन और ओजोन दोनों गैसें हैं, लेकिन ये भिन्न होती हैं। ऑक्सीजन (O2) एक सामान्य गैस है जो वायुमंडल में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है और जीवन के लिए आवश्यक है। वहीं ओजोन (O3) ऑक्सीजन के तीन अणुओं का संयोजन है और यह वायुमंडल में उच्च ऊंचाई पर पाया जाता है। ओजोन परत सूर्य की हानिकारक UV विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करती है। इसलिए, ये दोनों भिन्न होते हैं और इनकी रासायनिक विशेषताएँ भी अलग होती हैं।
बरसाती किससे बनाया जाता है ?
प्लास्टिक का उपयोग बरसाती बनाने के लिए इसलिए किया जाता है क्योंकि जलरोधक गुण: प्लास्टिक पानी को सोखता नहीं है, जिससे यह बारिश के पानी को शरीर पर पहुंचने से रोकता है। टिकाऊपन: प्लास्टिक टिकाऊ होता है और आसानी से फटता नहीं है, जिससे यह लंबे समय तक चल सकता है। हल्कापन: प्लास्टिक हल्का होता है, जिससे इसे पहनना आसान होता है। विभिन्न रंग और डिजाइन: प्लास्टिक से विभिन्न रंगों और डिजाइनों के बरसाती बनाए जा सकते हैं।
चांदी का निष्कर्षण मुख्यतः किस अयस्क से किया जाता है ?
चांदी का मुख्य निष्कर्षण गैलिना (PbS) अयस्क से किया जाता है। गैलिना में चांदी के साथ साथ लीड भी होता है। चांदी को गैलिना से निकालने की प्रक्रिया में पहले इसे उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है, जिससे लीड और अन्य धातुएं निकल जाती हैं। चांदी को फिर विभिन्न रासायनिक विधियों से अलग किया जाता है। यह प्रक्रिया चांदी के उत्पादन में महत्वपूर्ण है और इसे उद्योग में व्यापक रूप से अपनाया जाता है।
मक्खन, कोलाइड कब बनता है ?
मक्खन एक कोलाइड है जो दूध को मथने पर बनता है। जब दूध को मथने की प्रक्रिया से गुजरता है, तो क्रीम का अलग होना शुरू होता है, जिससे मक्खन का निर्माण होता है। इस प्रक्रिया में दूध के वसा अणु एक साथ आकर मक्खन का निर्माण करते हैं। यह एक सामान्य रासायनिक प्रक्रिया है जिसका उपयोग कई खाद्य उत्पादों में किया जाता है। मक्खन का उपयोग खाना पकाने और बेकिंग में आमतौर पर किया जाता है।
आवर्त सारणी के न्यूनतम प्रतिक्रियाशील तत्व हैं ?
आवर्त सारणी में हीलियम, नीयन, और आर्गन सभी निष्क्रिय गैसें हैं, जो न्यूनतम प्रतिक्रियाशीलता प्रदर्शित करती हैं। इन गैसों के अणुओं में पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक संरचना होती है, जिससे ये रासायनिक प्रतिक्रियाओं में भाग नहीं लेती हैं। इसलिए, ये गैसें अन्य तत्वों के साथ मिलकर कोई प्रतिक्रिया नहीं करती हैं। यह गुण उन्हें औद्योगिक और वैज्ञानिक उपयोगों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण बनाता है, जैसे कि लेज़र और प्रकाश स्रोतों में।
निम्न में से कौन सी गैस प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के लिए आवश्यक है ?
प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के लिए कार्बन डाइऑक्साइड आवश्यक होती है। यह प्रक्रिया पौधों, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया द्वारा की जाती है, जहां वे सूर्य की रोशनी का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ग्लूकोज और ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं। यह प्रक्रिया पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक है क्योंकि यह ऊर्जा के स्रोत के रूप में कार्य करती है और वायुमंडल में ऑक्सीजन का उत्पादन करती है।
आवर्त सारणी में दो तत्व का नाम फ्रांस के नाम पर है, उनमें से एक फ्रान्सियम है, तो दूसरा तत्व कौन सा है ?
आवर्त सारणी में फ्रान्सियम और पोलोनियम दो ऐसे तत्व हैं जिनका नाम फ्रांस के नाम पर रखा गया है। पोलोनियम एक रेडियोधर्मी तत्व है जो कि परामाणु संख्या 84 के साथ आता है। इसे 1943 में मैरी क्यूरी ने खोजा था। यह तत्व विशेष रूप से नाभिकीय रसायन विज्ञान में महत्वपूर्ण है और इसका उपयोग विभिन्न औद्योगिक और अनुसंधान अनुप्रयोगों में किया जाता है।
निम्न में से कौन सा पदार्थ एक अतिशीतित द्रव है ?
हेलियम एक ऐसा पदार्थ है जो अतिशीतित द्रव (superfluid) बन सकता है। यह विशेषताएँ उसे 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान पर प्राप्त होती हैं। अतिशीतित द्रव में अत्यधिक लचीलापन और बिना किसी घर्षण के प्रवाह करने की क्षमता होती है। यह गुण विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों में हेलियम की उपयोगिता को बढ़ाते हैं, जैसे कि क्वांटम यांत्रिकी के अध्ययन और अन्य नैनो तकनीकी अनुप्रयोगों में।
हाइड्रोजन के जलने से संबद्ध प्रक्रिया क्या है ?
हाइड्रोजन का जलना एक दहन प्रक्रिया है, जिसमें हाइड्रोजन और ऑक्सीजन मिलकर जल (H2O) का निर्माण करते हैं। यह प्रक्रिया ऊर्जा का एक बड़ा स्रोत है और इसे ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। जलने की इस प्रक्रिया के दौरान ऊर्जा मुक्त होती है, जो विभिन्न औद्योगिक और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों में उपयोग की जा सकती है। हाइड्रोजन का दहन पर्यावरण के लिए भी अपेक्षाकृत सुरक्षित होता है, क्योंकि इसका एकमात्र उत्पाद जल होता है।
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