Biology GK MCQ Question In Hindi
जीव विज्ञान सामान्य ज्ञान (Biology GK) न केवल हमारी दैनिक जिंदगी को समझने में मदद करता है बल्कि विभिन्न Entrance या Competitive Exam में भी अहम भूमिका निभाता है। चाहे आप UPSC CSE, IIT-JEE, NEET, NDA, CAT या राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों, Biology GK के प्रश्न आपको अवश्य मिलेंगे। और यह आपके करियर में कैसे सहायक हो सकता है। हम विभिन्न परीक्षाओं में पूछे जाने वाले Biology GK के प्रश्नों के साथ उनका उत्तर भी देंगे।

शरीर में लगी चोट की मरम्मत के लिए किस प्रकार के सेल विभाजन का प्रयोग किया जाता है ?
शरीर में लगी चोट की मरम्मत के लिए समसूत्री विभाजन का प्रयोग किया जाता है। समसूत्री विभाजन एक प्रकार का कोशिका विभाजन है जिसमें एक कोशिका से दो समान कोशिकाएँ बनती हैं। यह प्रक्रिया शरीर के सभी ऊतकों में होती है, जिसमें त्वचा, मांसपेशियाँ और हड्डियाँ शामिल हैं। जब कोई चोट लगती है, तो समसूत्री विभाजन क्षतिग्रस्त ऊतकों की मरम्मत के लिए नए कोशिकाओं का उत्पादन करता है।
वनस्पति विज्ञान की किस शाखा के अन्तर्गत वृक्षों की आयु का अध्ययन करते हैं ?
डेंड्रोक्रोनोलॉजी वनस्पति विज्ञान की एक शाखा है जो वृक्षों की आयु का अध्ययन करती है। यह विज्ञान वृक्षों के वार्षिक वलयों का विश्लेषण करके उनकी आयु, विकास दर और पर्यावरणीय परिवर्तनों का पता लगाता है। वृक्षों के वार्षिक वलयों में जलवायु संबंधी जानकारी भी होती है, जिसका उपयोग अतीत की जलवायु का अध्ययन करने के लिए किया जा सकता है।
सेल नाम किस जीव वैज्ञानिक ने सर्वप्रथम दिया था ?
रॉबर्ट हुक ने 1665 में कॉर्क के एक पतले टुकड़े को सूक्ष्मदर्शी से देखते हुए सेल नाम दिया था। उन्होंने देखा कि कॉर्क छोटे-छोटे कोष्ठकों में विभाजित है, जिन्हें उन्होंने “सेल” कहा। हालांकि, उस समय उन्हें सेल की संरचना और कार्य के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी।
मानव शरीर में खून के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को क्या कहते हैं ?
उत्सर्जन शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को निकालने की प्रक्रिया है। मानव शरीर में, खून के शुद्धिकरण की प्रक्रिया उत्सर्जन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। गुर्दे खून से अपशिष्ट पदार्थों को छानते हैं और मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालते हैं।
विभिन्न पादप भागो जैसेः जड़, तना, पत्ती, पुष्प, फल, आदि के रूपो तथा गूणो के अध्ययन को क्या कहते है ?
आकारिकी वनस्पति विज्ञान की एक शाखा है जो पौधों के विभिन्न भागों के आकार, संरचना और रूप का अध्ययन करती है। यह शाखा पौधों के विभिन्न भागों के विकास, कार्य और विकासात्मक संबंधों का अध्ययन करती है।
वह कौन सी प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके अपना भोजन बनाते हैं ?
प्रकाश संश्लेषण एक महत्वपूर्ण जैविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन भी उत्पन्न होती है। प्रकाश संश्लेषण सभी जीवों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पृथ्वी पर ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत है।
निम्नलिखित में से किस कोशिका से इन्सुलिन स्त्रावित होता है ?
इन्सुलिन एक हार्मोन है जो अग्नाशय की बीटा कोशिकाओं द्वारा स्त्रावित होता है। यह हार्मोन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन्सुलिन ग्लूकोज को कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर कम होता है।
लीची का खाने योग्य भाग कौन-सा है ?
लीची का खाने योग्य भाग फल है। यह एक मीठा और रसदार फल है जो एक कठोर छिलके के अंदर होता है। लीची के अंदर एक बीज होता है जिसे खाया नहीं जाता है।
निम्नलिखित में से किसे जैव उर्वरक के रूप में प्रयोग किया जाता है ?
नीम की खली एक जैव उर्वरक है जो नीम के बीजों को पीसकर बनाई जाती है। इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो पौधों के विकास के लिए आवश्यक होते हैं। नीम की खली में कुछ कीटनाशक गुण भी होते हैं जो पौधों को कीटों से बचाने में मदद करते हैं।
मनुष्य के शरीर में पसलियों के कितने जोड़े होते हैं ?
मनुष्य के शरीर में पसलियों के 12 जोड़े होते हैं, कुल 24 पसलियाँ होती हैं। ये पसलियाँ वक्ष गुहा को घेरती हैं और हृदय और फेफड़ों की रक्षा करती हैं।

दाँत के एनेपल का कर्बुरण किस कारण से होता है ?
दाँत के एनेपल का कर्बुरण बैक्टीरिया के कारण होता है। बैक्टीरिया मुंह में मौजूद चीनी और अन्य कार्बोहाइड्रेट को एसिड में बदल देते हैं। यह एसिड दांतों के इनेमल को नष्ट करता है, जिससे दांतों का क्षय होता है।
इन्सुलिन के अल्प स्त्रवण से कौनसा रोग हो जाता है ?
इन्सुलिन के अल्प स्त्रवण से मधुमेह होता है। इन्सुलिन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब इन्सुलिन का स्तर कम होता है, तो रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, जिससे मधुमेह होता है।
शरीर के आंतरिक अंगों का परीक्षण किस उपकरण द्वारा किया जाता है ?
एंडोस्कोप एक उपकरण है जिसका उपयोग शरीर के आंतरिक अंगों का परीक्षण करने के लिए किया जाता है। यह एक पतली, लचीली ट्यूब होती है जिसमें एक कैमरा और प्रकाश स्रोत होता है। एंडोस्कोप का उपयोग विभिन्न स्थितियों का पता लगाने और इलाज करने के लिए किया जाता है, जैसे कि पाचन तंत्र, श्वसन तंत्र और मूत्र तंत्र में समस्याएँ।
संतान को जन्म देने के बाद स्त्री के गर्भाशय का भार कितना हो जाता है ?
संतान को जन्म देने के बाद स्त्री के गर्भाशय का भार लगभग 500 ग्राम हो जाता है। गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का भार लगभग 1 किलो तक बढ़ जाता है। जन्म के बाद, गर्भाशय धीरे-धीरे अपने सामान्य आकार और भार में वापस आ जाता है।
गेहूँ, मक्का, चावल, बांस , गन्ना, ज्वार,बाजरा, जौ व जई आदि किस कुल से सम्बंधित है ?
गेहूँ, मक्का, चावल, बांस, गन्ना, ज्वार, बाजरा, जौ और जई ये सभी पौधे ग्रैमिनी कुल से संबंधित हैं। इस कुल के पौधों में घास, अनाज और बांस शामिल हैं। इन पौधों में लंबे, पतले पत्ते और फूलों के गुच्छे होते हैं।
खाद्य पदार्थों का पौधें में स्थानांतरण का मुख्य रूप कौन-सा है ?
फ्लोएम पौधों में एक प्रकार का संवहन ऊतक है जो पौधों में खाद्य पदार्थों का स्थानांतरण करता है। यह ऊतक पत्तियों से जड़ों, तनों और फूलों तक भोजन पहुँचाता है।
पेशी ऊतक निम्न मे से कौन है ?
पेशी ऊतक एक अलग प्रकार का ऊतक है। यह संयोजी ऊतक, उपकला ऊतक और तंत्रिका ऊतक से अलग है। पेशी ऊतक शरीर की गति और आंदोलन के लिए जिम्मेदार होता है।
अष्टांग योग का प्रतिपादन किसने किया था
अष्टांग योग का प्रतिपादन पतंजलि ने किया था। उनके द्वारा लिखी गई योग सूत्र में अष्टांग योग के आठ अंगों का वर्णन किया गया है: यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि।
कोशिका की आत्महत्या की थैली कहलाता है ?
लाइसोसोम को कोशिका की आत्महत्या की थैली कहा जाता है क्योंकि इसमें पाचक एंजाइम होते हैं जो कोशिका के अपशिष्ट पदार्थों को पचाते हैं। लाइसोसोम कोशिका के अंगों को भी पचा सकते हैं जब कोशिका को नष्ट करने की आवश्यकता होती है।
A रुधिर वर्ग के व्यक्ति को किस वर्ग का रुधिर दे सकते है?
A रुधिर वर्ग वाले व्यक्ति को केवल वही रक्त दिया जा सकता है जिसमें या तो A प्रतिजन हो (जैसे A रुधिर वर्ग) या कोई भी प्रतिजन न हो (जैसे O रुधिर वर्ग)। O रुधिर वर्ग को ‘सार्वभौमिक दाता’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें कोई भी प्रतिजन नहीं होता, इसलिए इसे किसी भी रुधिर वर्ग वाले व्यक्ति को दिया जा सकता है।
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